हर गुजरते दिन के साथ विराट-कुंबले विवाद को लेकर एक नया खुलासा कर रहे हैं विनोद राय
विनोद राय ने हाल ही में अपने किताब में इस विवाद को लेकर बड़ा खुलासा किया है।
स्पिन के दिग्गज अनिल कुंबले ने 2016 से 2017 तक भारत के मुख्य कोच के रूप में काम किया था। उनके छोटे कार्यकाल के दौरान, भारत ने घरेलू द्विपक्षीय सीरीज जीता था, विशेष रूप से टेस्ट में, और आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2017 के फाइनल में जगह बनाई थी। इस बीच, ऐसी अटकलें थीं कि उनके और तत्कालीन कप्तान विराट के बीच कुछ भी ठीक नहीं था क्योंकि कोहली कुंबले की कोचिंग की शैली को लेकर सहज नहीं थे।
इस बीच बीसीसीआई में प्रशासकों की समिति (सीओए) के प्रमुख विनोद राय ने अपनी नई किताब ‘नॉट जस्ट ए नाइटवॉचमैन: माई इनिंग्स इन द बीसीसीआई’ के विमोचन से पहले, विराट कोहली और अनिल कुंबले के बीच वास्तव में क्या हुआ था इस बात का खुलासा किया है। साथ ही राय ने यह भी कहा कि कुंबले के एक साल के अनुबंध को आगे नहीं बढ़ाया गया था।
अनिल कुंबले के पास सिर्फ एक साल का अनुबंध था : विनोद राय
CNN News18 के हवाले से विनोद राय ने कहा कि, “मुझे नहीं पता कि इसे सुलझाया जा सकता है या नहीं। दुर्भाग्य से अनिल कुंबले के पास केवल एक साल का अनुबंध था। आम तौर पर आपने (रवि) शास्त्री और राहुल द्रविड़ के साथ देखा होगा कि उनका अनुबंध दो साल के लिए है। अनिल कुंबले को 2016 के जुलाई में नियुक्त किया गया था। 2017 के अप्रैल में ही हमें पता चला कि उनके पास केवल एक साल का अनुबंध था।”
उन्होंने आगे कहा कि, “हमें इस तथ्य को समझना होगा कि किसी भी टीम में, किसी भी खेल में, ड्रेसिंग रूम का माहौल खराब होना अच्छी बात नहीं है। खिलाड़ियों के बीच इससे खराब पड़ता है और इसके बाद वह टीम अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाती है। इसलिए हमें आगे आना पड़ा और यह सुनिश्चित करना पड़ा कि यह असंगति लंबे समय तक बनी न रहे।”
चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में भारत को चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान से 180 रनों की शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। टूर्नामेंट के कुछ ही दिनों बाद, अनिल कुंबले ने सभी को चौंकाते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया और यह भी बताया कि वह सीमित ओवरों की सीरीज के लिए भारतीय टीम के साथ वेस्टइंडीज दौरे पर नहीं जाएंगे।