‘मुझे कभी नहीं लगा कि मैं सिस्टम से बाहर हूं’ वेंकटेश अय्यर ने बताया अपने डेब्यू IPL सीजन का अनुभव
IPL 2021 के सीजन में वेंकटेश अय्यर को पहले फेज के दौरान एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला था, लेकिन दूसरे फेज में मौका मिलने के बाद उन्होंने अपने प्रदर्शन से सभी का दिल जीता।


इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) एक ऐसा मंच है, जिसमें एक खिलाड़ी को कुछ ही समय में अपने अच्छे प्रदर्शन के दम वर्ल्ड क्रिकेट छा जाने का मौका मिलता है। ऐसा ही कुछ IPL 2021 के सीजन में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) टीम का हिस्सा वेंकटेश अय्यर के साथ देखने को मिला था। जिनको सीजन के पहले फेज के दौरान एक भी मुकाबला खेलने का मौका नहीं मिला था।
लेकिन यूएई में खेले गए दूसरे फेज के दौरान वेंकटेश अय्यर ने मौक मिलने पर शानदार पारियों के दम पर ना सिर्फ टीम को फाइनल तक का सफर कराया बल्कि खुद के प्रदर्शन से सभी का दिल भी जीता। IPL 2021 सीजन में शानदार प्रदर्शन के दम पर वेंकटेश को जल्द ही भारतीय टीम से भी खेलने का मौका मिला। वहीं KKR की टीम ने उन्हें IPL 2022 सीजन के मेगा ऑक्शन से पहले 8 करोड़ रुपए में रिटेन करने का फैसला किया था।
क्रिकबज के साथ एक इंटरव्यू के दौरान वेंकटेश अय्यर ने KKR टीम के लिए अपने पहले सीजन के अनुभव को लेकर खुलकर बात की। जिसमें पहले फेज के दौरान एक भी मैच खेलने का मौका ना मिलने के सवाल पर वेंकटेश ने कहा ऐसा भारत में अक्सर देखने को मिलता है।
वेंकटेश अय्यर ने अपने बयान में कहा कि, मुझे सीजन के पहले फेज में एक भी मैच खेलने का मौक नहीं मिला था, लेकिन एक जो अच्ची बात थी कि मैं लगातार सिस्टम का हिस्सा बना हुआ था। जिसमें मैं लगातार ब्रैंडन मैकुलम से बात करता रहता था कि मौका मिलने पर मुझे मैच के इस हालात में किस तरह से खेलना चाहिए जिससे मुझे काफी आत्मविश्वास भी मिला।
कोहली इस खेल के महान खिलाड़ी हैं
अय्यर को IPL में अपना पहला मुकाबला रॉयल चैंलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ खेलने का मौका मिला जिसके बाद सीजन में KKR के लिए एक ट्रंप कार्ड बनकर सामने आए। IPL 2021 सीजन में वेंकटेश अय्यर को कुल 10 मैच खेलने का मौका मिला जिसमें उन्होंने 4 अर्धशतकीय पारियों के दम पर 41.11 के औसत से कुल 370 रन बनाए।
अपने बयान में वेंकटेश अय्यर ने आगे कहा कि, भज्जी पा (हरभजन सिंह) ने मुझे अभ्यास करते हुए देखा और उन्होंने मुझे कट खेलने की सलाह दी। जिसके बाज जब मैने RCB के खिलाफ मैच में डेब्यू किया तो हरभजन सिंह मैच के बाद विराट कोहली से बात कर रहे थे और उस समय मैं वहां गुजरा जिसपर उन्होंने मुझे बुलाकर कोहली से बात करने कहा। कोहली इस खेल के महान खिलाड़ियों में से एक हैं और भज्जी पा चाहते थे कि मैं उन्हें जरूर कुछ सीखूं। जिसके बाद कोहली से मेरी बल्लेबाजी के दौरान हुई बातचीत से भी मुझे काफी लाभ हुआ।