मानगढ़ धाम को मिलेगा राष्ट्रीय स्मारक का मान, प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी एक नवम्बर को दे सकते हैं सौगात

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 01 नवम्बर के मानगढ़ धाम में ऐतिहासिक कार्यक्रम को लेकर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां, केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल और गुलाबचंद कटारिया ने उदयपुर में ली बैठक गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए नरेन्द्र मोदी ने मानगढ़ धाम को विकसित करने की जो कल्पना की थी उसे प्रधानमंत्री के रूप में मूर्त रूप देंगेः डॉ. सतीश पूनियां

मानगढ़ धाम को मिलेगा राष्ट्रीय स्मारक का मान, प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी एक नवम्बर को दे सकते हैं सौगात

राजस्थान क्रॉनिकल , जयपुर :  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मानगढ़ धाम के 01 नवम्बर के कार्यक्रम को लेकर आज उदयपुर में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां, केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने तैयारियों को लेकर बैठक ली। 

बैठक में प्रदेश उपाध्यक्ष हेमराज मीणा, प्रदेश महामंत्री सुशील कटारा, सांसद कनकमल कटारा, एसटी मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष जितेन्द्र मीणा, युवा मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष हिमांशु शर्मा इत्यादि भी मौजूद रहे। 
 
डॉ. पूनियां ने बताया कि, बैठक में उदयपुर संभाग के 7 जिलों के जिलाध्यक्ष, पार्टी के सभी सांसद, विधायक सहित सभी जनप्रतिनिधि, मोर्चा के अध्यक्ष, पूर्व सांसद, पूर्व विधायक इत्यादि लोगों के साथ बैठक की है। खासतौर पर आदिवासी समाज के लोग इस कार्यक्रम में बडी संख्या में शिरकत करेंगे। 
 
उन्होंने कहा कि, यह सौभाग्य है कि गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए श्री नरेन्द्र मोदी ने मानगढ़ धाम को विकसित करने की जो कल्पना की थी, प्रधानमंत्री के रूप में उसे मूर्त रूप देंगे।
इस ऐतिहासिक कार्यक्रम की तैयारी और रूपरेखा की प्रारंभिक चर्चा के लिए हमने उदयपुर में वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की है। 
 
डॉ. पूनियां ने कहा कि, मानगढ़ धाम में जहां 1913 में बड़ी संख्या में अंग्रेजों से संघर्ष करते हुए पूज्य गोविंद गुरू के नेतृत्व में शहादत हुई थी, कालांतर में वह स्थान राजस्थान, गुजरात और मध्यप्रदेश की सीमा पर है, वह एक स्मारक के रूप में विकसित हुआ, वहां हर वर्ष पूर्णिमा पर बड़ा मेला भरता है और बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन होता है। 
 
 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदृष्टि है कि ना केवल धार्मिक और आध्यात्मिक बल्कि सामाजिक चेतना के भी ऐसे स्थान हैं, उनको विकसित करने की मंशा रहती है और इसी भावना के साथ खासतौर पर क्योंकि आजादी के संग्राम में जनजाति समाज की बडी भूमिका रही है, यह वही स्थान है जहां कालीबाई भील बालिका ने किस तरीके से अलख जगाई, नानाभाई खांट ने, ऐसे बहुत सारे अनशंग हीरोज हैं जिनका यश वंचन नहीं हुआ तो मानगढ़ भी उन्हीं में से एक ऐतिहासिक स्मारक है। 
 जिस तरीके से जलियांवाला बाग की घटना हुई 1920 में, यहां भी उसी तरीके की शहादत हुई, यह कार्यक्रम संस्कृति मंत्रालय के तत्वाधान और एक स्वयंसेवी संस्था शिवगंगा की पहल पर होगा। इस पूरे कार्यक्रम को केन्द्रीय मंत्री श्री अर्जुनराम मेघवाल समन्वय कर रहे हैं।