जिले को मिलेगा अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्टेडियम, चवा गांव में बनेगा दस करोङ का आधुनिक खेल मैदान

जिले को मिलेगा अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्टेडियम, चवा गांव में बनेगा दस करोङ का आधुनिक खेल मैदान

बाङमेर - अंतरराष्ट्रीय फैशन डिज़ाइनर, सामाजिक कार्यकर्ता और ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान की अध्यक्ष डॉ़ रूमा देवी ने जिले के खिलाड़ियों के भविष्य को संवारने की अनुकरणीय पहल  की है।

जिसके तहत रूमादेवी- सुगणी देवी स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स प्रोजेक्ट लांच किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट के तहत ग्राम पंचायत चवा की राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय हेतु 10 करोङ की लागत से खैल मैदान तैयार करवाया जा रहा है, इस माँडर्न स्टेडियम में राजस्थान की विषम परिस्थितियों को देखते हुए अलग-अलग खेलों के वातानुकूलित कोर्ट तैयार करवाए जाएंगे।


चवा गांव में खेल मैदान के शुरुआती प्रथम चरण में 2 करोङ 32 लाख की राशि खर्च करके निर्माण कार्य करवाए जाएंगे।

थार की बेटियों के सपनो को करेगी साकार, हजारों रूमा के सपनो को लगेंगे पंख

श्रीमती रूमादेवी-सुगणी देवी स्पोर्ट्स काम्प्लैक्स परियोजना समन्वयक हरि गढवाल ने बताया कि रूमादेवी का बचपन में विधालय छूट गया,जिससे खेल के क्षेत्र में अपने अरमानो को साकार नहीं कर पाई लेकिन अपने हुनर के जरिए हजारों महिलाओं को सशक्त बनाया। अब जिले के ग्रामीण क्षेत्र की हजारो बेटों- बेटियों को खेल सुविधाएं उपलब्ध करवाने हेतु एक अत्याधुनिक सुविधायुक्त खेल मैदान का निर्माण करवाएगी। 

डाँ रुमा देवी ने बताया कि जब में आठवी कक्षा में पढती थी तब जिला स्तरीय टूर्नामेंट खेलने सिवाना के राखी ग्राम पंचायत मुख्यालय पर गई थी। लेकिन उसके बाद विद्यालय छूट जाने के कारण आगे नहीं खेल पाई, जिससे में मेरे सपने तो पूरे नहीं कर पाई, लेकिन अब इस माँडर्न स्टेडियम के निर्माण से पश्चिमी राजस्थान की हजारों बेटियां रूमा बनकर अपने सपनों पर खरा उतर सकेगी।

प्रतिकूल मौसम होने पर भी बेटियों को खेल में नहीं आएगी कोई रूकावट
डॉ रूमा देवी ने बताया कि पश्चिमी रेगिस्तान में तापमान 50 डिग्री तक पहुंचता है तथा ग्रामीण क्षेत्र में लड़कियां अपने कई खेलों की प्रैक्टिस खुले मैदान में नहीं कर पाती, उसके लिए इस खेल स्टेडियम में इंडोर गेम की पूरी व्यवस्था रहेगी जिससे गर्ल्स अपना अभ्यास निरंतर जारी रख सकेगी एवं मौसम के प्रतिकूल प्रभाव सर्दी, गर्मी, बारिश के दौरान भी खेल मैदान में कोई रुकावट पैदा नहीं होगी।

विभिन्न तरह की माँडर्न फैसिलिटी होने से रूरल यूथ का खेलों की ओर झुकाव बढेगा,जिसमें विशेष रूप से बालिकाओं को आगे बढ़ने का मौका मिल पायेगा।

डांँ रूमा ने बताया कि बाड़मेर जिला मुख्यालय से 28 किलोमीटर दूर चवा ग्राम पंचायत में स्टेडियम का निर्माण होगा जिसमें गर्ल्स के साथ-साथ बॉयज प्लेयर को भी खेल सुविधाएं उपलब्ध होगी, स्टेडियम में आउटडोर और इंडोर गेम्स के लिए अलग-अलग कोर्ट का निर्माण होगा,जिसमे हमारे राष्ट्रीय खेल हॉकी से लेकर तैराकी तक सारी सुविधाएं मिलेगी। स्टेडियम निर्माण के बाद बाङमेर जिले की प्रतिभाए खेल के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करके अपना करियर बना पाएंगी।

ये सुविधाएं मिलेगी खेल मैदान में

ग्रामीण विकास चेतना संस्थान के सचिव विक्रम सिंह ने बताया कि खेल मैदान में एडमिन ब्लॉक 5150 वर्ग फिट में, ऐथैलेटिक ट्रेक 6 लेन 300 मीटर में, हॉकी, फुटबॉल, खो-खो, ऊंची कूद, जैवलिन थ्रो के लिए मल्टीप्रपज स्टेडियम 30,000 वर्ग फिट में, पवेलियन निर्माण 3690 वर्ग फिट में, टेबल टैनिस कोर्ट 1550 वर्ग फिट में, बैडमिटन कोर्ट 4080 वर्ग फिट में, कबड्डी मैदान 5450 वर्ग फिट में, बॉस्केटबॉल मैदान 9700 वर्ग फिट में, वॉलीबॉल कोर्ट 5450 वर्ग फिट में, बॉक्सिंग और कुश्ती के लिए मैदान निर्माण 1700 वर्ग फिट में, स्विमिंग पूल 13,350 वर्ग फिट में, हॉस्टल ब्लॉक 6970 वर्ग फिट में, सार्वजनिक प्रसाधन 700 वर्ग फिट में और योगा मेडिटिसन सेंटर सहित खिलाड़ियों के लिए अलग-अलग छात्रावास व्यवस्था और जिला स्तरीय प्रतियोगिता से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक के टूर्नामेंट करवाने की विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध रहेगी।

*स्टेडियम की यह रहेगी खासियत एवं विशेषताएँ
-स्टेडियम को पूरा इंटरनेशनल स्टैंडर्ड के मापदंडो को ध्यान में रखते हुए डिजाइन करवाया गया है।

- अधिकतर खेल मैदान निर्माण के दौरान दर्शकों के लिए बैठक व्यवस्था टीनशेड टाइप ही बनाई जाती हैं, लेकिन इस स्टेडियम में ट्रैक के बीच जो पवेलियन बनेगा,उसमे दो मंजिला बिल्डिंग बनाकर वीआईपी सिटिंग एरिया सहित वातानुकूलित हाॅल तैयार किए जाएंगे।

-अक्सर सभी गेम एक ही कोर्ट में होते हैं तब सभी बच्चों को मौका नहीं मिल पाता,लेकिन इस खेल मैदान में हर गेम को एक अलग तरीके से स्थान दिया गया है,जिससे खिलाड़ी अलग-अलग कोर्ट में अपनी पसन्द के अनुरूप फुल टाइम खेल सकेंगे।

-इस स्टेडियम में विभिन्न खेलों के साथ-साथ गर्ल्स एंड बॉयज के लिए अलग-अलग हॉस्टल सुविधा भी उपलब्ध रहेगी, जिससे खिलाड़ीयो को रहने की कोई समस्या नहीं होगी।

- खेलों के साथ-साथ खेल मैदान में योगा, मेडिटेशन सेंटर की भी व्यवस्था रहेगी।

- स्टेडियम में ग्रामीण क्षेत्रों एवं मॉर्डन सिटी में खेले जाने वाले दोनों जगह के खेलों को महत्व दिया गया है।

- स्थानीय रूप से बरसात के दौरान पानी के तालाबो में, पानी भराव क्षेत्र के आगौरो में बारिश के समय इकट्ठे पानी में ग्रामीण बच्चों द्वारा असुरक्षित तरीके से अक्सर तैरने का प्रयास किया जाता है, उनके लिए मॉडर्न तरीके से स्विमिंग पूल तैयार किया जाएगा।

-खेल मैदान में ट्रैक के आगे वाहन पार्किंग के लिए जो स्थान चिन्हित किया गया है,उसे अगले चरणों में खिलाडियों की मांग पर कोई अन्य गेम की जानकारी उपलब्ध करवाई गई तो वह सुविधा भी प्रदान करने की कोशिश रहेगी। 

-स्टेडियम का आर्किटेक्चर भी  रूरल एरिया और राजस्थान को दिखाते हुए रखा गया है।

-इस स्टेडियम के निर्माण से बाङमेर क्षेत्र की खेल प्रतिभाओं और जिले को अपने आप में एक अलग पहचान मिलेगी।

स्टेडियम निर्माण के लिए अंतरराष्ट्रीय फैशन डिज़ाइनर एवं समाजसेविका रुमादेवी का कहना है की - "भारत के कल का निर्माण-बेटियां करेगी रोशन नाम"। इस स्पोर्ट्स काम्प्लैक्स का मुख्य उद्देश्य बाङमेर जिले के ग्रामीण क्षेत्र की बालिकाओं को खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ाना, उनके सपनों को साकार करना है।