आज के वर्तमान समय में भी मध्य प्रदेश के इलाकों में पानी के लिए जद्दोजहद ।

हमें कम से कम इतने प्रयास तो करने ही चाहिए कि लोगों की बुनियादी जरूरत है पूरी हो सके ऐसे ही कई और छोटे इलाके हैं जो इन बुनियादी समस्याओं से जूझ रहे हैं लेकिन उनकी समस्याएं कहीं दबी रह जाती हैं

आज के वर्तमान समय में भी मध्य प्रदेश के इलाकों में पानी के लिए जद्दोजहद ।
आज के वर्तमान समय में भी मध्य प्रदेश के इलाकों में पानी के लिए जद्दोजहद ।
आज के समय में भी पीने के पानी के लिए मिलो दूर चलने की लड़ाई कहानी है मध्य प्रदेश के मुरैना जिले से कुछ दूर स्थित बेहराई गांव की यहां के लोग आज के समय में भी 1 किलोमीटर दूर चलकर नहाने से लेकर पीने तक के पानी की व्यवस्था करते हैं 
 
आज हमारा देश जब विकसित पथ पर है देश की स्थिति को गतिशील तरीके से सुधारने का प्रयास किया जा रहा है
ऐसे में पानी जैसी बुनियादी समस्याओं के लिए ऐसी खबरों का सामने आना एक चिंता का विषय है 
 
मध्यप्रदेश के मुरैना जिले का बेहराई गांव ऐसे ही समस्या से पिछले कई वर्षों से जूझ रहा है यहां के लोग पथरीले रास्तों में कई मिल चलकर नहाने और पीने के पानी की व्यवस्था अपने लिए कर पाते हैं 
 
यह समस्या और भी विकराल हो जाती है गर्मी के समय में जब पानी के लिए और जद्दोजहद करनी पड़ती है 
 
भारत गांव का देश है और ऐसे में आवश्यक हो जाता है कि जितना ध्यान हम राजधानी और बड़े शहरों को बढ़ाने के लिए करते हैं उतने ही अधिक प्रयास हमें गांव और छोटे इलाकों को बढ़ाने के लिए करनी चाहिए