एमवे इंडिया 'नारी शक्ति' पहल के माध्यम से आर्थिक अवसर प्रदान करके वंचित महिलाओं को सशक्त बना रहा है

कोर्स पूरा करने पर 272 वंचित लड़कियों और महिला लाभार्थियों को सम्मानित करने के लिए नई दिल्ली में एक कार्यक्रम का आयोजन किया

एमवे इंडिया 'नारी शक्ति' पहल के माध्यम से आर्थिक अवसर प्रदान करके वंचित महिलाओं को सशक्त बना रहा है

मार्च : 'विविधता और समावेशिता में उत्कृष्टता हासिल करने', महिलाओं को सशक्त बनानेऔर सभी के लिए आर्थिक अवसरों को बढ़ानेकीअपनी वैश्विक सोच ने हीदेश की अग्रणी एफएमसीजी डायरेक्ट सेलिंग कंपनियों में से एकएमवे इंडियाको 'नारी शक्ति’ परियोजना (भारत में महिला आजीविका कार्यक्रम)शुरू करने के लिए प्रेरित किया। मार्च को महिला माह के रूप में मनाते हुएकंपनी ने अपने एनजीओ पार्टनर दीपालय के साथ मिलकर वंचित वर्ग की महिलाओं की उद्यमिता की भावना कोसेलिब्रेट किया। इस वर्ष के अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (आईडब्ल्यूडी) की थीम #BreakTheBias के अनुरूप ही नारी शक्तिपरियोजनामें विविधता में उत्कृष्टता हासिल करने और महिलाओं को स्व-रोजगार या सूक्ष्म-उद्यमिता में दक्ष बनाने के लिए बेहतरीन अवसर प्रदान करने की सोच निहित है।

 

समारोह पर टिप्पणी करते हुएएमवे इंडिया के सीईओअंशु बुधराजा ने कहा, हाल के वर्षों मेंभारत ने लैंगिक समानता सहित कई क्षेत्रों में उल्लेखनीय वृद्धि और प्रगति का अनुभव किया है। एक अनुमान के अनुसार भारतीय अर्थव्यवस्था 2025 तक अतिरिक्त 60% तक बढ़ सकती है।अगर अर्थव्यवस्था में महिलाओं का उचित प्रतिनिधित्व होगा, तो इसमें 2.9 ट्रिलियन डॉलर का भारी इजाफा हो सकता है। एमवे इंडिया मेंहम दृढ़ता से मानते हैं कि महिला सशक्तिकरण से हम सभी के लिए प्रतिस्पर्धात्मकता, विकास और एक बेहतर समाज कानिर्माण होगा। एमवे इंडिया को महिलाओं का सहयोग करने और उन्हें एक गतिशील बिजनेस इकोसिस्टम में प्रासंगिक बने रहने के लिए प्रशिक्षण देने पर गर्व है। अपनी नारी शक्ति परियोजना के माध्यम सेहम महिलाओं को उनके कौशल को बढ़ाने के लिए व्यापक सहयोग और प्रशिक्षण प्रदान करके उन्हें आगे बढ़ाने का लक्ष्य रखते हैं, ताकि उन्हें आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनने में मदद मिले। देश के सामाजिक-आर्थिक विकास में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका को ध्यान में रखते हुएहमारा मानना ​​है कि सभी हितधारकों के लिए एक साथ आना और महिलाओं को न केवल सहयोग, बल्कि समान विकास के अवसर प्रदान करना भी बेहद अनिवार्य है।

 

परियोजना के बारे में बात करते हुएदीपालय के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टरलोलक बेबी ने कहा, नारी शक्ति महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में दीपालय और एमवे इंडिया के प्रयासों का एक परिणाम है। यह परियोजना वास्तव में एक ऐसे कार्यक्रम के बहुआयामी प्रभावों का प्रतीक है, जो महिलाओं की स्वतंत्र और आत्मनिर्भर बनने की क्षमता को उजागर करेगी।"

 

एमवे इंडिया और इसके एनजीओ पार्टनर दीपालय ने 272 वंचित लड़कियों और महिला लाभार्थियों को सम्मानित किया, जिन्होंने नारी शक्ति परियोजना के तहत फैशन डिजाइनिंग, वेलनेस और ब्यूटी में अपना एक साल का कौशल प्रशिक्षण कोर्स पूरा किया है। इस कार्यक्रम में फैशन डिजाइनिंग, ब्यूटी और वेलनेस के छात्रों के लिए कई कार्यक्रम और प्रतियोगिताओंका आयोजन किया गया।इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए। छात्रों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करने के लिए सम्मानित अतिथियों कमल कांत, एमवे डिस्ट्रीब्यूटर; डॉ. जॉर्ज जॉन, दीपालय के चीफ एक्जीक्यूटिव; गुरशरण चीमा, सीनियर वाइस प्रेजिडेंट, नॉर्थ एंड साउथ रीजन, एमवे इंडिया; सिमरत बिश्नोई, वाइस प्रेजिडेंट, कॉर्पोरेट कम्यूनिकेशंस, कंटेंट मार्केटिंग और कम्यूनिकेशंस, सोशल एंड सीएसआर, एमवे इंडिया और लोलक बेबी, एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर, दीपालय ने अपने व्याख्यान भी प्रस्तुत किए।

 

सम्मानित परियोजना लाभार्थियों में से 60% से अधिक ने पहले ही 6000से 12,000 रुपएप्रति माह के बीच अतिरिक्त आय अर्जित करना शुरू कर दिया है। उन्होंने या तो सफलतापूर्वक अपने सूक्ष्म उद्यमों का शुभारंभ किया है या कोई रोजगार प्राप्त कर लिया है। अब तक इस परियोजना से 1100डायरेक्ट वूमेन लाभार्थियों सहित 25,000 लोगों को लाभ हुआ है। 2022 के अंत तककौशल कार्यक्रम का लक्ष्य प्रत्यक्ष लाभार्थियों के रूप में 2,700 लड़कियों सहित 35,000 लोगों को लाभान्वित करना है। देश के विभिन्न हिस्सों में लागू महिला इस आजीविका कार्यक्रम का उद्देश्य 18 से 35 वर्ष की आयु वर्ग की वंचित महिलाओं को आवश्यक कौशल और उद्यमिता प्रशिक्षण से युक्त करना है, जिससे वे अपनी पारंपरिक भूमिकाओं से बाहर निकलकर नए युग के उद्यमियों में खुद को शुमार कर सकें और अपने कार्यों में विविधता ला सकें।

 

नारी शक्ति परियोजना डिजिटल साधनों को अपनाने पर आवश्यक प्रोत्साहन देती है और महामारी से उपजे मौजूदा कठिन परिदृश्य में सोशल सेलिंग के महत्व पर जोर देती है, ताकि गिग इकॉनोमी इकोसिस्टम को मजबूत किया जा सके, जो मुख्य रूप से महिला कार्यबल द्वारा संचालित है। इसके अलावाअपने एनजीओ पार्टनर्स दीपालय, एसआरएफ फाउंडेशन, प्रयास सोसाइटी और मुक्ति रिहैबिलिटेशन सेंटर के सहयोग सेएमवे इंडिया ने इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाया है तथा दिल्ली, हमीरपुर (उत्तर प्रदेश), सोहना (हरियाणा), कोलकाता (पश्चिम बंगाल)एवं चेन्नई (तमिलनाडु)सहित देश के विभिन्न क्षेत्रों में इसके लाभों का विस्तार किया है।