इंटरनेशनल जूनियर साइंस ओलम्पियाड में एलन के 5 स्टूडेंट्स को गोल्ड मैडल

कोटा, राजस्थान, भारत एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट प्राइवेट लिमिटेड के स्टूडेंट्स ने इंटरनेशनल जूनियर साइंस ओलम्पियाड (आईजेएसओ) में देश का मान बढ़ाया है। एलन क्लासरूम स्टूडेंट्स ने 5 गोल्ड मैडल हासिल किए हैं। ओलम्पियाड में भारतीय टीम को 6 गोल्ड मैडल हासिल हुए। इसमें से 5 एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के नाम रहे। एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन […]

इंटरनेशनल जूनियर साइंस ओलम्पियाड में एलन के 5 स्टूडेंट्स को गोल्ड मैडल
इंटरनेशनल जूनियर साइंस ओलम्पियाड में एलन के 5 स्टूडेंट्स को गोल्ड मैडल

कोटा : एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट प्राइवेट लिमिटेड के स्टूडेंट्स ने इंटरनेशनल जूनियर साइंस ओलम्पियाड (आईजेएसओ) में देश का मान बढ़ाया है। एलन क्लासरूम स्टूडेंट्स ने 5 गोल्ड मैडल हासिल किए हैं। ओलम्पियाड में भारतीय टीम को 6 गोल्ड मैडल हासिल हुए। इसमें से 5 एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के नाम रहे।

एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन डॉ-बृजेश माहेश्वरी ने बताया कि 19वें इंटरनेशनल जूनियर साइंस ओलम्पियाड का सोमवार को घोषित किया गया। जिसमें एलन के 5 स्टूडेंट्स ने गोल्ड मैडल हासिल किए। इसमें वासु विजय, देवेश पंकज भैया, बनीब्रता माजी, राजदीप मिश्रा व अवनीश बंसल शामिल हैं। देवेश व राजदीप ने लगातार दूसरे वर्ष गोल्ड मैडल हासिल किए हैं। जूनियर साइंस ओलम्पियाड के फाइनल में 6 स्टूडेंट्स ने भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया, इसमें 5 एलन से थे और पांचों ने गोल्ड मैडल हासिल किए। माहेश्वरी ने बताया कि इस वर्ष इंटरनेशनल जूनियर साइंस ओलम्पियाड इस वर्ष बोगोटा कोलम्बिया में 2 से 12 दिसम्बर तक आयोजित किया गया। अधिकतम 15 वर्ष की आयु वर्ग के लिए होने वाले इस ओलम्पियाड में 35 देशों के 203 से अधिक स्टूडेंट्स शामिल हुए।

 

अब तक हुए 19 आईजेएसओ में 4 मौके ऐसे आए जब भारतीय टीम में शामिल सभी स्टूडेंट्स ने गोल्ड मैडल जीते हैं। इसमें पिछले तीन वर्षों से लगातार इंडियन टीम ने आईजेएसओ में टॉप किया है।

 

एलन को अब तक 29 गोल्ड

एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के स्टूडेंट्स ने 2015 से अब तक इंटरनेशनल जूनियर साइंस ओलम्पियाड में 29 गोल्ड और 4 सिल्वर मैडल जीते हैं। वर्ष 2020 में कोविड के चलते आईजेएसओ का आयोजन नहीं किया जा सका। इस वर्ष 19वां आईजेएसओ हुआ।

 

21 महीने में 25 गोल्ड मैडल: देवेश

एलन के क्लासरूम स्टूडेंट देवेश पंकज भैया ने आईजेएसओ में दो बार गोल्ड मैडल हासिल किए हैं। देवेश ने बताया कि मैं अभी 10वीं कक्षा में हूं और सातवीं कक्षा से कोटा में पढ़ रहा हूं। मैंने 5वीं कक्षा में टैलेंटेक्स में टॉप 20 में रैंक हासिल की थी। आईजेएसओ में सफलता के लिए एलन के नोट्स एवं टीचर्स की गाइडेंस हेल्पफुल रही। मैंने आईजेएसओ के अलावा पिछले 21 महीने में विभिन्न इंटरनेशनल एग्जाम देकर 25 गोल्ड मैडल हासिल किए हैं। फिलहाल कैमिस्ट्री ओलंपियाड की तैयारी कर रहा हूं। 2020 में बाल शक्ति पुरस्कार मिल चुका है। इसके अलावा वर्ष 2021 में जॉन हॉपक्निस यूनिवर्सिटी के एसीटी में 800 में से 800 स्कोर प्राप्त किए थे। रोजाना 8 से 10 घंटे स्टडी करता हूं। मैं आईआईटी मुम्बई की सीएस ब्रांच से बीटेक और वर्ल्ड के टॉप एजुकेशन इंस्टीट्यूट एमआईटी में एडमिशन लेना चाहता हूं। परिवार मूलतः जलगांव महाराष्ट्र से है। पापा पंकज भैया आर्किटेक्ट एवं मां पल्लवी सिविल इंजीनियर हैं। देवेश की सफलता में मां पल्लवी का विशेष योगदान रहा है। वो इंटीरियर डिजाइनिंग का काम करती हैं लेकिन देवेश की पढ़ाई के लिए पिछले तीन सालों से उन्होने काम बंद किया हुआ है और उसके साथ कोटा में रह रही हैं।

 

एलन में बेस्ट एनवायरमेंट हैः राजदीप

राजदीप ने बताया कि वर्ष 2021 में आईजेएसओ की तैयारी के लिए ही राजदीप कोटा आया था। वर्तमान में कक्षा 11 में अध्ययनरत हूं। एलन में मुझे हमेशा पढ़ाई का बेहतरीन माहौल मिला है और यही मेरी सफलता का राज है क्योंकि यहां पूरे देश के टॉप स्टूडेंट्स पढ़ने आते हैं। इसकी वजह से सभी के बीच में हेल्दी कॉम्पिटिशन रहता है और सभी एक-दूसरे से बेहतर करने की कोशिश करते हैं। आईजेएसओ में सफलता के लिए फैकल्टीज की ओर से उपलब्ध कराए गए नोट्स से तैयारी की और फैकल्टीज की गाइडलाइंस को फॉलो किया। मैं प्रीआरएमओ क्वालिफाइड भी हूं। इसके अलावा आईएमओ में इंटरनेशनल रैंक 5, एनएसओ में इंटरनेशनल रैंक 8 हासिल कर चुका हूं। आईओक्यूएम क्वालिफाइड हूं। परिवार मूलतः ओडिशा में भुवनेश्वर से है। पापा आरके मिश्रा एयरफोर्स में जामनगर गुजरात में हैं। मां नमिता मिश्रा गृहिणी हैं।

 

एलन ने दिए ऐतिहासिक परिणाम

18 अप्रेल 1988 को कोटा में स्थापित एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट से अब तक 27 लाख से अधिक स्टूडेंट्स जुड़ चुके हैं। देश के 43 शहरों में सेवाएं दे रहे एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट में 11 हजार से अधिक सदस्यों का परिवार है। परिणामों की बात करें तो एलन पिछले 13 सालों में मेडिकल व इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा में 18 ऑल इंडिया रैंक दे चुका है। वर्ष 2022 में संस्थान की क्लासरूम स्टूडेंट तनिष्का ने ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल की। इसी प्रकार वर्ष जेईई एडवांस्ड 2021 में एलन के क्लासरूम स्टूडेंट मृदुल अग्रवाल ने जेईई के इतिहास में अब तक के सर्वाधिक अंक प्राप्त कर एआईआर 1 हासिल की। वर्ष 2020 में मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट में एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के क्लासरूम स्टूडेंट शोएब आफताब ने इतिहास रचा। नीट में पहली बार पूरे में से पूरे 720 अंक प्राप्त कर आल इंडिया रैंक-1 प्राप्त की। जेईई-एडवांस्ड 2020 में एलन के टॉप-10 में रैंक-3 व रैंक-4 पर स्टूडेंट रहे। इसके अलावा जेईई-मेन में टॉप 100 में 28 स्टूडेंट्स एलन के रहे। इससे पूर्व 2014 में एलन के स्टूडेंट्स द्वारा मेडिकल व इंजीनियरिंग दोनों प्रवेश परीक्षाओं में आल इंडिया प्रथम रैंक दी। इससे आगे बढ़ते हुए 2016 में दोनों बड़ी प्रवेश परीक्षाओं में अखिल भारतीय स्तर पर एलन के स्टूडेंट्स प्रथम-द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहे। देश की सबसे प्रतिष्ठित मेडिकल प्रवेश परीक्षा एम्स वर्ष 2017 के परिणामों में सभी टॉप 10 विद्यार्थी एलन से रहे। इस परिणाम को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी शामिल किया गया। 2019 में एक बार फिर एलन के स्टूडेंट्स ने जेईई व मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं में अखिल भारतीय स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया। जेईई-एडवांस्ड में टॉप 20 में 8 स्टूडेंट्स एलन से रहे। जेईई-मेन में टॉप 10 में 3 स्टूडेंट्स एलन से रहे। इसी तरह एम्स में टॉप 10 में से 9 स्टूडेंट्स एलन से रहे। मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-2019 में आल इंडिया रैंक-1 के साथ टॉप 10 में 8 स्टूडेंट्स एलन से रहे।