5 ऐसे रिकॉर्ड जो अब विराट कोहली अपने करियर में शायद तोड़ने से चूक सकते हैं
विराट कोहली ने वनडे की अपनी पिछली 19 पारियों में 10 अर्धशतक जरूर लगाए हैं।
सबके चहेते बल्लेबाज विराट कोहली कुछ समय से बल्लेबाजी में बहुत लड़खड़ा रहे हैं। फैंस के लिए निराशा वाली बात यह है कि विराट कोहली पिछली 73 अंतरराष्ट्रीय पारियों में शतक बनाने में नाकाम रहे हैं। वहीं, अफसोस की बात यह भी है कि फिलहाल चल रहे आईपीएल 2022 में गेंदबाजों के छक्के छुड़ाने वाले इस खिलाड़ी का औसत सिर्फ 17 है।
खराब फॉर्म के कारण हर क्रिकेट एक्सपर्ट अब चाहता है कि विराट एक ब्रेक लें। लेकिन विराट पहले से कहीं ज्यादा मेहनत करने वाले खिलाड़ी हैं। हालांकि, उनका खराब प्रदर्शन उनके कई रिकॉर्ड के सामने संकट बनकर छाया है।
आइए हम उन 5 महत्वपूर्ण रिकॉर्डों के बारे में बात करें जिसे विराट कोहली अपनी खराब फॉर्म के कारण नहीं तोड़ पाएंगे।
1 – सबसे ज्यादा टेस्ट रन: 15,921 (सचिन तेंदुलकर)
वर्तमान में टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के नाम है। सचिन तेंदुलकर ने 15,921 रन बनाने के लिए 200 टेस्ट मैच लिए। वहीं, अब तक पूर्व भारतीय कप्तान के नाम कुल 8043 रन हैं जो उन्होंने अपने 101 मैचों में 27 शतक की मदद से बनाए हैं। हालांकि, किंग कोहली को 15,921 रन तक पहुंचने के लिए अपने बल्ले से दुगनी रफ्तार में रन बनाने होंगे।
अगर आंकड़ों पर ध्यान दें तो कोहली ने टेस्ट मैचों में लगभग 8,000 रन तक पहुंचने में एक दशक का समय लिया है। अगर कोहली अपने मौजूदा करियर की गति से रन बनाना करना शुरू करें तो उन्हें 40 की उम्र तक खेलना होगा। यानि रिकार्ड तोड़ने में उन्हें कम से कम 8 साल लगेंगे।
कुल मिलाकर यूं कहें कि लोगों को लगता है कि कोहली अगले 6-7 वर्षों तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलेंगे। इस हिसाब से देखा जाए तो यह संभावना बहुत कम दिखती है कि कोहली सचिन के रिकॉर्ड को तोड़ पाएंगे।
2 – सबसे ज्यादा टेस्ट शतक: 51 (सचिन तेंदुलकर)
सबसे ज्यादा टेस्ट रन बनाने का रिकॉर्ड और टेस्ट मैचों में सबसे ज्यादा शतक जड़ने का रिकार्ड भी महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के नाम है। अब तक केवल तीन बल्लेबाज तेंदुलकर, कैलिस और पोंटिंग ने 40 से अधिक टेस्ट शतक बनाए हैं। खराब फॉर्म के कारण यह रिकार्ड भी
शायद कोहली के लिए एक बड़े पहाड़ चढ़ने जैसा लगता है।
वर्तमान में कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में 27 शतक जड़े हैं। इस हिसाब से देखा जाए तो 24-25 सेंचुरी हासिल करने का मतलब विराट को अगले 6 या 7 साल तक हर साल कम से कम 4 सेंचुरी स्कोर करना होगा। हालांकि, अब तक विराट ने केवल 2014, 2016, 2017 और 2018 में ही तीन से अधिक टेस्ट सेंचुरी बनाई है।
कुल मिलाकर देखा जाए तो टेस्ट जैसे लंबे मैच में भी विराट कोहली खराब प्रदर्शन करते रहे हैं। इसलिए यह रिकॉर्ड भी वह शायद ही तोड़ पाए।
3 – सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय रन: 34,357 (सचिन तेंदुलकर)
सचिन तेंदुलकर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी सबसे ज्यादा रन बनाने का यह रिकॉर्ड बनाया है। शायद इसलिए उन्हें क्रिकेट का भगवान कहा जाता है। विराट कोहली अभी 23,650 रनों के साथ इस सूची में 7वें स्थान पर हैं।
मजेदार बात यह है कि इस रिकार्ड को तोड़ने के लिए कोहली को हर साल लगभग 1600-1700 रन बनाने होंगे। अगर वह सिर्फ 40 की उम्र तक खेलते हैं तो वह लगभग 10,700 रनों से पीछे होंगे।
गौर करने वाली बात यह है कि 33 साल के कोहली ने 2020 और 2021 में कुल मिलाकर 1,000 से ज्यादा रन भी नहीं बनाए हैं। इसके अलावा कोहली के टी-20 को छोड़ने की भी उम्मीद है। इसलिए यह उपलब्धि भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनकी पहुंच से बाहर होगी।
4 – सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय शतक: 100 (सचिन तेंदुलकर)
सबसे ज्यादा शतक लगाने की बात करें तो इस समय किंग कोहली तीसरे नंबर पर हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोहली के 70 शतक हैं जो रिकी पोंटिंग और सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड से थोड़े ही कम हैं। हालांकि कोहली को ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज रिकी पोंटिंग को पार करने के लिए सिर्फ दो अतिरिक्त शतकों की जरूरत है। लेकिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड तक पहुंच पाना अभी भी काफी दूर है।
आंकड़ों की बात करें तो लगभग 6 सालों तक कोहली को हर साल 5 शतक की जरूरत होगी। लेकिन उम्र के साथ उनके रन बनाने की गति धीमी होती जाएगी। उदाहरण के तौर पर 2010 की बात लीजिए जब सिर्फ एक साल में मास्टर ब्लास्टर ने कुल 8 शतक बनाए थे। हालांकि, उसके बाद इस दिग्गज खिलाड़ी ने 2011 वर्ल्ड कप के बाद मुश्किल से शतक बनाया था। इसलिए कोहली को इस रिकॉर्ड से भी हाथ धोना पड़ेगा।
5 – सबसे ज्यादा टी-20 शतक: 4 (रोहित शर्मा)
टी-20 फॉर्मेट में विराट कोहली को रोहित शर्मा और मार्टिन गुप्टिल के सामने जूझना पड़ रहा है। यह तीनों खिलाड़ी लगातार एक-दूसरे को पछाड़ रहे हैं। जबकि वर्तमान में रोहित शर्मा स्कोरिंग चार्ट में सबसे ऊपर है, उम्मीद है कि किंग कोहली फिर से नंबर 1 पर वापस आएंगे। हालांकि, हिटमैन रोहित के चार टी-20 शतक के रिकॉर्ड को तोड़ना लगभग नामुमकिन सा लगता है।
अगर कोहली टी-20 में टीम इंडिया के लिए ओपनिंग करना शुरू करते हैं तो शायद हम मुमकिन हो पाए। लेकिन कोहली किसी भी समय अपने लंबे करियर को ध्यान में रखते हुए टी-20 को छोड़ सकते हैं।
कुल मिलाकर देखा जाए तो अपने करियर के चरम पर कोहली टी-20 में शतक बनाने से चूक गए थे। इसलिए अब 4 या 5 टी-20 शतक बनाना उनके लिए एक अधूरा सपना सा बनकर रह जाएगा।